भ्रम दूर करने के लिए नवनिर्वाचित जो बाइडन और अमेरिका के तीन पूर्व राष्ट्रपति कैमरे के सामने कोरोना टीका लगवाने को तैयार
एक इंटरव्यू में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि उन्हें शीर्ष अमेरिकी संक्रामक रोग विशेषज्ञ एंथनी फौची पर पूरा भरोसा है। उन्होंने बताया है कि यह वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। इसलिए, वे इसकी डोज़ लेने जा रहे हैं।

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन और पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बराक ओबामा ने कहा है कि वे कैमरे के सामने कोरोना की वैक्सीन लगवाने को तैयार हैं ताकि इसे लेकर लोगों का डर और भ्रम दूर हो सके। है। एक अध्ययन से पता चला है कि अमेरिका के क़रीब 40 फ़ीसदी लोग कोरोना का टीका नहीं लगवाना चाहते। उन्हें डर है कि इसका शरीर पर दुष्प्रभाव पड़ेगा।
अमेरिका कोरना से सर्वाधिक प्रभावित देश है। अब तक एक करोड़ 45 लाख से ज़्यादा अमेरिकी नागरिक कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और दो लाख 82 हज़ार लोगों की मौत हो चुकी है। ज़ाहिर है, वैक्सीन का बेसब्री से इंतज़ार किया जा रहा है जिसे जल्द मंज़ूरी दिये जाने की संभावना है। लेकिन जिस तरह से टीके को लेकर लोगों की हिचक सामने आयी है उसने प्रशासन को चिंतित कर दिया है।
ऐसे में तीन पूर्व राष्ट्रपतियों ने लोगों के मन में वैक्सीन के प्रति भरोसा पैदा करने की पहल की है। एक इंटरव्यू में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि उन्हें शीर्ष अमेरिकी संक्रामक रोग विशेषज्ञ एंथनी फौची पर पूरा भरोसा है। उन्होंने बताया है कि यह वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। इसलिए, वे इसकी डोज़ लेने जा रहे हैं। उन्होने कहा कि वे टीवी पर लाइव प्रासरण के साथ वैक्सीन लगवा सकते हैं, या इसकी रिकॉर्डिंग की जा सकती है ताकि लोगों को पता चले कि उन्हें इस वैक्सीन के विज्ञान पर पूरा भरोसा है। बराक ओबामा ने माना कि अफ्रीकी-अमेरिकी समुदाय में बहुत लोग ऐसे हैं, जिन्हें इस वैक्सीन पर विश्वास नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बड़े पैमाने पर टीकाकरण पोलियोमाइलाइटिस जैसी बीमारियों को खत्म करता है और खसरा और चेचक से होने वाली सामूहिक मौतों को रोकता हैं। वहीं, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्लू बुश के चीफ ऑफ स्टाफ फ्रेडी फोर्ड ने बताया कि उन्होंने डॉ फौची और व्हाइट हाउस की कोरोना वैक्सीन प्रतिक्रिया टीम से बात की है। बुश ने बातचीत के दौरान टीम से पूछा कि वे टीके को बढ़ावा देने में मदद के लिए क्या कर सकते हैं। फ्रेडी फोर्ड ने कहा कि सबसे पहले वैक्सीन को सुरक्षित समझा जाना चाहिए और प्राथमिकता के हिसाब से लोगों को दिया जाना चाहिए। इसके लिए पूर्व राष्ट्रपति बुश भी लाइन में लगकर खुशी से कैमरे पर वैक्सीन लगवाएंगे। पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने भी कहा है कि वे सार्वजनिक रूप से कोरोना वायरस वैक्सीन लेने के लिए तैयार हैं। क्लिंटन की प्रवक्ता एंजल उरेना ने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों की प्राथमिकता के आधार पर राष्ट्रपति क्लिंटन निश्चित रूप से कोरोना वैक्सीन लेंगे। अगर यह सभी अमेरिकियों में वैक्सीन के प्रति विश्वास पैदा करने में सहायक होगा तो वह सार्वजनिक रूप से वैक्सीन ले सकते हैं। इस बीच नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने तीन पूर्व राष्ट्रपतियों की सराहना करते हुए कहा है कि उनकी पहल महत्वपूर्ण है। अगर डॉ.फौची वैक्सीन को सुरक्षित बता रहे हैं तो वे भी सार्वजनिक रूप से इस वैक्सीन को लेने के लिए तैयार हैं। करोड़ों लोगों की जान पर संकट की तरह पसरे कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन ही एकमात्र उपाय है। फाइजर-बायोएनटेक और मॉडर्न-एनआईएच द्वारा विकसित टीकों को जल्द ही अमेरिकी अधिकारियों द्वारा अनुमोदित किए जाने की उम्मीद है। अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि अमेरिका में फरवरी के अंत तक दस करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लग जाने की उम्मीद है।
ऐसे में तीन पूर्व राष्ट्रपतियों ने लोगों के मन में वैक्सीन के प्रति भरोसा पैदा करने की पहल की है। एक इंटरव्यू में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि उन्हें शीर्ष अमेरिकी संक्रामक रोग विशेषज्ञ एंथनी फौची पर पूरा भरोसा है। उन्होंने बताया है कि यह वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। इसलिए, वे इसकी डोज़ लेने जा रहे हैं। उन्होने कहा कि वे टीवी पर लाइव प्रासरण के साथ वैक्सीन लगवा सकते हैं, या इसकी रिकॉर्डिंग की जा सकती है ताकि लोगों को पता चले कि उन्हें इस वैक्सीन के विज्ञान पर पूरा भरोसा है। बराक ओबामा ने माना कि अफ्रीकी-अमेरिकी समुदाय में बहुत लोग ऐसे हैं, जिन्हें इस वैक्सीन पर विश्वास नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बड़े पैमाने पर टीकाकरण पोलियोमाइलाइटिस जैसी बीमारियों को खत्म करता है और खसरा और चेचक से होने वाली सामूहिक मौतों को रोकता हैं। वहीं, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्लू बुश के चीफ ऑफ स्टाफ फ्रेडी फोर्ड ने बताया कि उन्होंने डॉ फौची और व्हाइट हाउस की कोरोना वैक्सीन प्रतिक्रिया टीम से बात की है। बुश ने बातचीत के दौरान टीम से पूछा कि वे टीके को बढ़ावा देने में मदद के लिए क्या कर सकते हैं। फ्रेडी फोर्ड ने कहा कि सबसे पहले वैक्सीन को सुरक्षित समझा जाना चाहिए और प्राथमिकता के हिसाब से लोगों को दिया जाना चाहिए। इसके लिए पूर्व राष्ट्रपति बुश भी लाइन में लगकर खुशी से कैमरे पर वैक्सीन लगवाएंगे। पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने भी कहा है कि वे सार्वजनिक रूप से कोरोना वायरस वैक्सीन लेने के लिए तैयार हैं। क्लिंटन की प्रवक्ता एंजल उरेना ने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों की प्राथमिकता के आधार पर राष्ट्रपति क्लिंटन निश्चित रूप से कोरोना वैक्सीन लेंगे। अगर यह सभी अमेरिकियों में वैक्सीन के प्रति विश्वास पैदा करने में सहायक होगा तो वह सार्वजनिक रूप से वैक्सीन ले सकते हैं। इस बीच नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने तीन पूर्व राष्ट्रपतियों की सराहना करते हुए कहा है कि उनकी पहल महत्वपूर्ण है। अगर डॉ.फौची वैक्सीन को सुरक्षित बता रहे हैं तो वे भी सार्वजनिक रूप से इस वैक्सीन को लेने के लिए तैयार हैं। करोड़ों लोगों की जान पर संकट की तरह पसरे कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन ही एकमात्र उपाय है। फाइजर-बायोएनटेक और मॉडर्न-एनआईएच द्वारा विकसित टीकों को जल्द ही अमेरिकी अधिकारियों द्वारा अनुमोदित किए जाने की उम्मीद है। अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि अमेरिका में फरवरी के अंत तक दस करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लग जाने की उम्मीद है।
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