ट्रंप को झटका, अमेरिका के अटॉर्नी जनरल ने चुनाव में धाँधली के आरोपों को नकारा
विलियम बार के इस बयान से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका लगा है। उन्होंने अब तक हार स्वीकार नहीं की है। तीन नवंबर को हुए मतदान के बाद से ही ट्रंप लगातार अप्रमाणिक दावा कर रहे हैं कि चुनाव में व्यापक पैमाने पर धांधली हुई है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को बड़ा झटका लगा है। राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे बता रहे थे कि जो बाइडन को जीत हासिल हुई जबकि डोनाल्ड ट्रंप को हार का मुँह देखना पड़ा है। मगर ट्रंप इसे मानने को तैयार नहीं हुए। वे लगातार चुनावों में धांधली का आरोप लगा रहे हैं। लेकिन अब अमेरिका के अटॉर्नी जनरल विलियम बार ने स्पष्ट कर दिया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव धांधली से जुड़े आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। अटॉर्नी जनरल ने कहा है कि अब तक उस स्तर की धाँधली के कोई सबूत नहीं मिले हैं जिनसे चुनावी नतीजे प्रभावित हुए हों।
विलियम बार ने एक न्यूज़ एजेंसी को दिए अपने बयान में कहा कि ‘एक दावा यह है कि धांधली सुनियोजित तरीक़े से हुई है और चुनावी नतीजों को बदल दिया गया। बैलेट मशीन हैक करने का दावा भी किया गया,जिससे बाइडन को ज़्यादा वोट मिले। डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस और डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्यॉरिटी ने इन दावों की जाँच की लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं मिला।’
अटॉर्नी जनरल के इस बयान पर ट्रंप कैंपेन के वकील रूडी जुलियानी और जेना एलिस ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि ‘अटॉर्नी जनरल के प्रति पूरे सम्मान के साथ कहना चाहता हूँ कि उनका बयान बिना किसी जानकारी या जाँच और सुनियोजित धांधली के सबूतों को देखे बिना दिया गया मालूम पड़ता है।’ बहरहाल, विलियम बार के इस बयान से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका लगा है। उन्होंने अब तक हार स्वीकार नहीं की है। तीन नवंबर को हुए मतदान के बाद से ही ट्रंप लगातार अप्रमाणिक दावा कर रहे हैं कि चुनाव में व्यापक पैमाने पर धांधली हुई है। ट्रंप की लीगल टीम डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन की जीत के पीछे अंतरराष्ट्रीय साज़िश होने का दावा करती रही है। ट्रंप और उनके कैंपेन की तरफ़ से उन राज्यों में चुनावी नतीजों को कोर्ट में चुनौती दी गई थी जहाँ उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन इन राज्यों ने अब जो बाइडन को जीत का सर्टिफिकेट देना शुरू कर दिया है। इसी बीच अमेरिका में भारतीय मूल के अजीत पई ने फेडरल कम्युनिकेशंस कमीशन के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनको चेयरमैन नियुक्त किया था। पई ने कहा कि वह 20 जनवरी को पद छोड़ देंगे। इसी दिन जो बाइडन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर पदभार सँभालेंगे।
अटॉर्नी जनरल के इस बयान पर ट्रंप कैंपेन के वकील रूडी जुलियानी और जेना एलिस ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि ‘अटॉर्नी जनरल के प्रति पूरे सम्मान के साथ कहना चाहता हूँ कि उनका बयान बिना किसी जानकारी या जाँच और सुनियोजित धांधली के सबूतों को देखे बिना दिया गया मालूम पड़ता है।’ बहरहाल, विलियम बार के इस बयान से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका लगा है। उन्होंने अब तक हार स्वीकार नहीं की है। तीन नवंबर को हुए मतदान के बाद से ही ट्रंप लगातार अप्रमाणिक दावा कर रहे हैं कि चुनाव में व्यापक पैमाने पर धांधली हुई है। ट्रंप की लीगल टीम डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन की जीत के पीछे अंतरराष्ट्रीय साज़िश होने का दावा करती रही है। ट्रंप और उनके कैंपेन की तरफ़ से उन राज्यों में चुनावी नतीजों को कोर्ट में चुनौती दी गई थी जहाँ उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन इन राज्यों ने अब जो बाइडन को जीत का सर्टिफिकेट देना शुरू कर दिया है। इसी बीच अमेरिका में भारतीय मूल के अजीत पई ने फेडरल कम्युनिकेशंस कमीशन के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनको चेयरमैन नियुक्त किया था। पई ने कहा कि वह 20 जनवरी को पद छोड़ देंगे। इसी दिन जो बाइडन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर पदभार सँभालेंगे।
ताज़ा वीडियो