खुद कोरोना संक्रमित डोनाल्ड ट्रम्प बोले - इस बीमारी से डरने की ज़रूरत नहीं

कोरोना संक्रमण की चपेट में आए अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने तीन दिन बाद ही सोमवार को अस्पताल से छुट्टी ले ली है। उन्हें वॉल्टर डी मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया था । राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस लौटते ही कहा की कि कोविड से डरने की कोई ज़रुरत नहीं है और इसे अपने ऊपर हावी न होने दें। साथ ही कहा की वो जल्द ही चुनावी प्रचार में वापिस लौटेंगे।
बता दे, कोविद बीमारी को शुरू से ही हल्के में लेने वाले ट्रम्प ने व्हाइट हाउस लौटते ही सबसे पहले अपना मास्क हटाया और उसके बिना ही उसमे दाखिल हुए। व्हाइट हाउस लौटने के बाद उन्होंने एक वीडियो जारी कर लोगों से कोरोना से नहीं डरने के लिए कहा है ।
बता दें कि इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी ट्रम्प बाहर निकलकर अपने समर्थकों से मिल रहे थे। उनके विरोधी कह रहे है कि ट्रंप के इस क़दम से कोविड संक्रमण फैलने का ख़तरा और ज़्यादा बढ़ गया है। इतना ही नहीं वो अपने चुनावी प्रचार में भी जाने की तैयारी कर रहे हैं। जबकि व्हाइट हाउस ने उनके स्वास्थ अपडेट में बताया ट्रंप को सांस लेने में काफी ज़्यादा तकलीफ़ है। व्हाइट हाउस के मुताबिक़ राष्ट्रपति ट्रंप के खून में ऑक्सीजन का स्तर इतना गिर गया था कि उन्हें स्टेराइड देनी पड़ी जो मरीज़ों की हालत में सुधार नहीं होने पर इस्तेमाल में लाई जाती है। ट्रंप के इलाज में लगे डॉक्टर का कहना है कि ट्रंप अभी इन्फेक्शन से ठीक नहीं हुए हैं। बावजूद इसके उन्होंने अस्पताल से छुट्टी लेकर व्हाइट हाउस लौटने का फैसला किया। ट्रंप एडिमिनिस्ट्रेशन की ही गाइड लाइन कहती है कि संक्रमित मरीज़ों को 14 दिनों के लिए आइसोलेशन में रहना ज़रूरी है। वहीं अभी भी व्हाइट हाउस के अधिकारियों के संक्रमित होने का सिलसिला जारी है। हालांकि ट्रंप के संक्रमित होने के तार दस दिन पहले रोज़ गार्डन में हुई मीटिंग से जोड़े जा रहे है। दरअसल 26 सितंबर को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के लिए एमी कोनी बैरेट के नाम का ऐलान किया गया। इस दौरान एक बड़ी पार्टी भी ऑर्गेनाइज़ की गई थी। इस कार्यक्रम को सुपर स्प्रेडर माना जा रहा है। इस कार्यक्रम में ट्रंप समेत अन्य लोग भी मास्क पहनने के नियमों का उल्लंघन करते नज़र आए थे। इसके बाद वे चुनाव के लिए फंड जुटाने न्यू यॉर्क भी गए जहां कम से कम वो 100 लोगों के संपर्क में आए। इसको लेकर ट्रंप प्रशासन की किरकिरी हो रही है और उनपर हमले किये जा रहे है। डेमोक्रेट पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन ने ट्रंप को आड़े हाथों लिया है और ट्रंप के मास्क नहीं लगाने पर कहा कि 'ये मास्क, मायने रखते हैं। यह ज़िंदगी बचाता है, यह संक्रमण के प्रसार को रोकता है।'
बता दें कि इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी ट्रम्प बाहर निकलकर अपने समर्थकों से मिल रहे थे। उनके विरोधी कह रहे है कि ट्रंप के इस क़दम से कोविड संक्रमण फैलने का ख़तरा और ज़्यादा बढ़ गया है। इतना ही नहीं वो अपने चुनावी प्रचार में भी जाने की तैयारी कर रहे हैं। जबकि व्हाइट हाउस ने उनके स्वास्थ अपडेट में बताया ट्रंप को सांस लेने में काफी ज़्यादा तकलीफ़ है। व्हाइट हाउस के मुताबिक़ राष्ट्रपति ट्रंप के खून में ऑक्सीजन का स्तर इतना गिर गया था कि उन्हें स्टेराइड देनी पड़ी जो मरीज़ों की हालत में सुधार नहीं होने पर इस्तेमाल में लाई जाती है। ट्रंप के इलाज में लगे डॉक्टर का कहना है कि ट्रंप अभी इन्फेक्शन से ठीक नहीं हुए हैं। बावजूद इसके उन्होंने अस्पताल से छुट्टी लेकर व्हाइट हाउस लौटने का फैसला किया। ट्रंप एडिमिनिस्ट्रेशन की ही गाइड लाइन कहती है कि संक्रमित मरीज़ों को 14 दिनों के लिए आइसोलेशन में रहना ज़रूरी है। वहीं अभी भी व्हाइट हाउस के अधिकारियों के संक्रमित होने का सिलसिला जारी है। हालांकि ट्रंप के संक्रमित होने के तार दस दिन पहले रोज़ गार्डन में हुई मीटिंग से जोड़े जा रहे है। दरअसल 26 सितंबर को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के लिए एमी कोनी बैरेट के नाम का ऐलान किया गया। इस दौरान एक बड़ी पार्टी भी ऑर्गेनाइज़ की गई थी। इस कार्यक्रम को सुपर स्प्रेडर माना जा रहा है। इस कार्यक्रम में ट्रंप समेत अन्य लोग भी मास्क पहनने के नियमों का उल्लंघन करते नज़र आए थे। इसके बाद वे चुनाव के लिए फंड जुटाने न्यू यॉर्क भी गए जहां कम से कम वो 100 लोगों के संपर्क में आए। इसको लेकर ट्रंप प्रशासन की किरकिरी हो रही है और उनपर हमले किये जा रहे है। डेमोक्रेट पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन ने ट्रंप को आड़े हाथों लिया है और ट्रंप के मास्क नहीं लगाने पर कहा कि 'ये मास्क, मायने रखते हैं। यह ज़िंदगी बचाता है, यह संक्रमण के प्रसार को रोकता है।'
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