कैपिटल हिल पर हथियारबंद हमले से खड़े हुए अमेरिका के ‘गन-कल्चर ‘पर सवाल!

अमेरिका में गृहयुद्ध के 160 साल बाद ऐसा दृश्य देखने को मिलेगा, इसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी। अमेरिकी लोकतंत्र के सबसे बड़े प्रतीक कैपिटल हिल में हथियारबंद दंगाइयों का इस तरह से घुसना और संसद की कार्यवाही में ख़लल डालना बताता है कि एक नेता का अंधसमर्थन किस तरह लोगों को तर्क से परे ले जाकर उनका नागरिक-बोध ख़त्म कर सकता है। इस दुस्साहस के नतीजे में चार लोगों की जान चली गयी और पचास से ज़्यादा लोग गिरफ्तार हुए।
पुलिस के पास हथियारबंद प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए गोली चलाने के अलावा कोई चारा नहीं था। इसी के साथ अमेरिका का गन कल्चर एक बार फिर बीच बहस है। अमेरिका में लोगों को आत्मरक्षा के लिए हथियार रखने की आज़ादी है। बाज़ारों में खुलेआम बंदूकें ख़रीदी जाती हैं, लेकिन इसका इस्तेमाल राजनीतिक घटनाक्रमों को प्रभावित करने के लिए हो सकता है, यह दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र के ख़्याल में भी नहीं था लेकिन राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप के रवैये ने इस असंभव कल्पना को संभव बना दिया।
ऐसा लगता है कि ट्रंप समर्थकों ने इसकी तैयारी काफ़ी पहले से शुरू कर दी थी। वे किसी भी हाल में ट्रंप को व्हाइट हाउस से बाहर जाते नहीं देख सकते थे और ट्रंप भी यह कहकर उनका हौसला बढ़ा रहे थे कि वे हारने पर भी व्हाइट हाउस नहीं छोड़ेंगे। शायद यही वजह है कि साल 2020 में अमेरिका में हथियारों की बिक्री ने सभी पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिये। अमेरिकी संस्था नेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फ़ाउंडेशन के अनुसार 2020 में अक्टूबर तक इतने बंदूकें बिक चुकी थीं जितनी पिछली बार 2016 में बिकी थी जब रिकॉर्ड बना था। कोरोना महामारी की चपेट में आने के साथ ही अमेरिका में हथियार ख़रीदने का सिलसिला तेज़ हो गया था। ऐसी तस्वीर आई थीं कि लोग लॉकडाउन से पहले खाने का सामान खरीदने बाज़ार गये और हथियार भी खरीदकर घर लौटे। नेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फ़ाउंडेशन ने कुछ समय पहले 1 करोड़ 72 लाख बंदूक खरीदने वालों की पृष्ठभूमि की जांच पूरी कर ली थी जिन्होंने बीते साल गन खरीदी। अगर इसकी तुलना साल 2016 से करें जब रिकॉर्ड तोड़ बिक्री हुई थी, उस साल 1 करोड़ 57 लाख हथियार खरीदने वालो की पृष्ठभूमि की जांच हुई थी। राष्ट्रपति चुनाव का प्रचार तेज़ होने के साथ यह सिलसिला बढ़ा और अकेले अक्टूबर में 17 लाख से अधिक हथियार खरीदने वालो की पृष्ठभूमि की जांच की गई, जोकि साल 2019 में इसी अवधि से लगभग 60% ज्यादा थी। सबसे हैरानी वाली बात ये थी अक्टूबर तक 50 लाख बंदूके ऐसे लोगो ने खरीदीं जिन्होंने जीवन में पहली बार गन खरीदी थी। अमेरिका के कई राज्यों में पुलिस बर्बरता के खिलाफ चल रहा 'ब्लैक लाइव मैटर' विरोध प्रदर्शन भी इसका कारण था लेकिन कैपिटल हिल पर हुआ हथियारबंद हमला इसका राजनीतिक पहलू भी बता रहा है। अमरिका में सौ नागरिकों के बीच में औसतन 120 बंदूकें हैं। सार्वजनिक स्थानों पर गोलीबारी की घटनाएँ अक्सर हो जाती हैं जिसे देखते हुए इसे नियंत्रित करने की माँग होती रही है लेकिन लोग हथियार रखने को निजी आज़ादी से जोड़ते हैं। सवाल है कि क्या कैपिटल हिल पर हथियारबंद हमले के बाद अमेरिकी सरकार और समाज अपने बंदूक-प्रेम पर ठहरकर सोचने को तैयार होगा?
ऐसा लगता है कि ट्रंप समर्थकों ने इसकी तैयारी काफ़ी पहले से शुरू कर दी थी। वे किसी भी हाल में ट्रंप को व्हाइट हाउस से बाहर जाते नहीं देख सकते थे और ट्रंप भी यह कहकर उनका हौसला बढ़ा रहे थे कि वे हारने पर भी व्हाइट हाउस नहीं छोड़ेंगे। शायद यही वजह है कि साल 2020 में अमेरिका में हथियारों की बिक्री ने सभी पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिये। अमेरिकी संस्था नेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फ़ाउंडेशन के अनुसार 2020 में अक्टूबर तक इतने बंदूकें बिक चुकी थीं जितनी पिछली बार 2016 में बिकी थी जब रिकॉर्ड बना था। कोरोना महामारी की चपेट में आने के साथ ही अमेरिका में हथियार ख़रीदने का सिलसिला तेज़ हो गया था। ऐसी तस्वीर आई थीं कि लोग लॉकडाउन से पहले खाने का सामान खरीदने बाज़ार गये और हथियार भी खरीदकर घर लौटे। नेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फ़ाउंडेशन ने कुछ समय पहले 1 करोड़ 72 लाख बंदूक खरीदने वालों की पृष्ठभूमि की जांच पूरी कर ली थी जिन्होंने बीते साल गन खरीदी। अगर इसकी तुलना साल 2016 से करें जब रिकॉर्ड तोड़ बिक्री हुई थी, उस साल 1 करोड़ 57 लाख हथियार खरीदने वालो की पृष्ठभूमि की जांच हुई थी। राष्ट्रपति चुनाव का प्रचार तेज़ होने के साथ यह सिलसिला बढ़ा और अकेले अक्टूबर में 17 लाख से अधिक हथियार खरीदने वालो की पृष्ठभूमि की जांच की गई, जोकि साल 2019 में इसी अवधि से लगभग 60% ज्यादा थी। सबसे हैरानी वाली बात ये थी अक्टूबर तक 50 लाख बंदूके ऐसे लोगो ने खरीदीं जिन्होंने जीवन में पहली बार गन खरीदी थी। अमेरिका के कई राज्यों में पुलिस बर्बरता के खिलाफ चल रहा 'ब्लैक लाइव मैटर' विरोध प्रदर्शन भी इसका कारण था लेकिन कैपिटल हिल पर हुआ हथियारबंद हमला इसका राजनीतिक पहलू भी बता रहा है। अमरिका में सौ नागरिकों के बीच में औसतन 120 बंदूकें हैं। सार्वजनिक स्थानों पर गोलीबारी की घटनाएँ अक्सर हो जाती हैं जिसे देखते हुए इसे नियंत्रित करने की माँग होती रही है लेकिन लोग हथियार रखने को निजी आज़ादी से जोड़ते हैं। सवाल है कि क्या कैपिटल हिल पर हथियारबंद हमले के बाद अमेरिकी सरकार और समाज अपने बंदूक-प्रेम पर ठहरकर सोचने को तैयार होगा?
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