अमेरिका सिनेटर को कश्मीर जाने से रोका गया, पूछा-क्या छिपा रही है भारत सरकार

कश्मीर घाटी में 4 अगस्त से लागू पाबंदियां तीसरे महीने में पहुंच गई हैं. 60 दिन से यहां दुकानों पर ताले लटके हैं और मोबाइल-इंटरनेट जैसी ज़रूरी सेवा ठप पड़ी है.
इस बीच भारत दौरे पर आए अमेरिकी सिनेटर वैन हॉलेन ज़मीनी हालात का जायज़ा लेने के लिए कश्मीर घाटी जाने की इच्छा जताई लेकिन उन्हें इजाज़त नहीं दी गई. डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता और मैरीलैंड से सिनेटर वैन हॉलेन कांग्रेस के उन 50 सदस्यों में शामिल हैं जिन्होंने कश्मीर घाटी को लेकर चिंता जताई है.
वैन हॉलेन ने कहा कि अगर भारत सरकार कुछ छिपा नहीं रही तो उसे कश्मीर जाकर सच देखने वालों के बारे में फिक्र नहीं करना चाहिए. भारत और अमेरिका दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र हैं और साक्षा मूल्यों पर ख़ूब बातें करते हैं. ऐसे में मुझे लगता है कि यही मौक़ा है जब पारदर्शिता बेहद ज़रूरी है. अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से कश्मीर घाटी जाने की कोशिश कर रहे बाहरी लोगों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. इस बीच जिन्होंने भी घाटी का दौरा किया, सभी ने केंद्र सरकार के दावों को ग़लत क़रार दिया है. सुरक्षाबलों की सख़्त पहरेदारी के बावजूद घाटी में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. शनिवार को अनंतनाग में डीसी ऑफ़िस पर ग्रेनेड से हमला हुआ जिसमें 10 लोग ज़ख़्मी हुए हैं.
वैन हॉलेन ने कहा कि अगर भारत सरकार कुछ छिपा नहीं रही तो उसे कश्मीर जाकर सच देखने वालों के बारे में फिक्र नहीं करना चाहिए. भारत और अमेरिका दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र हैं और साक्षा मूल्यों पर ख़ूब बातें करते हैं. ऐसे में मुझे लगता है कि यही मौक़ा है जब पारदर्शिता बेहद ज़रूरी है. अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से कश्मीर घाटी जाने की कोशिश कर रहे बाहरी लोगों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. इस बीच जिन्होंने भी घाटी का दौरा किया, सभी ने केंद्र सरकार के दावों को ग़लत क़रार दिया है. सुरक्षाबलों की सख़्त पहरेदारी के बावजूद घाटी में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. शनिवार को अनंतनाग में डीसी ऑफ़िस पर ग्रेनेड से हमला हुआ जिसमें 10 लोग ज़ख़्मी हुए हैं.
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