IT क्षेत्र में नौकरियों की उथल पुथल जारी; ‘एट्रिशन रेट’ बढ़ी

by Sarfaroshi 1 year ago Views 8452

Job turmoil continues in the IT sector

भारत में कोरोना संक्रमण के बाद अब हालात ‘सामान्य’ हो रहे हैं। इस बीच देश के आईटी सेक्टर में बड़ी संख्या में कर्मचारी काम छोड़ कर जा रहे हैं। वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही के अंत तक, 30 सितंबर को सभी बड़ी IT कंपनियों में में चर्न रेट बढ़ गई है। खासतौर पर वह संस्था जहां भारतीय कर्मचारियों की संख्या ज़्यादा है, वहां इस दर में 10 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है।

क्या है एट्रिशन दर?

एट्रिशन, चर्न रेट या फिर संघर्षण दर का संबंध कर्मचारियों के खुद किसी कंपनी को छोड़ कर जाने से है यानि कि उन्हें संस्था ने काम से नहीं निकाला है बल्कि वह या तो इस्तीफा दे रहे हैं या फिर उनकी मौत हो चुकी है।

कर्मचारियों का इस तरह काम छोड़ कर जाना कंपनी के लिए मुसीबत बन सकता है क्योंकि एक दक्ष कर्मचारी अगर काम छोड़ता है तो इससे कंपनी की उत्पादकता में कमी आती है। इसका एक कारण यह है कि संक्रमण के कारण आईटी सेक्टर में गई नौकरियों की अभी तक भरपाई नहीं हो पाई है।

अब इस क्षेत्र के हालात ऐसे हो गए हैं कि यहां कुशल कर्मचारियों की ज़रूरत है लेकिन इनकी कमी है जबकि विप्रो के अध्यक्ष सौरभ गोविल ने एक और कारण आईटी क्षेत्र के विकास को बताया है। उन्होंने कहा कि एट्रीशन का कारण इंडस्ट्री में विकास का माहौल है और अप्रैल से जून के बीच यह और ज़्यादा बढ़ने लगता है।

इस साल अगस्त में CMIE के मेनेजिंग डायरेक्टर महेश व्यास ने कहा कि रोजगार पिछले साल के मुकाबले 57 लाख कम था। ज़्यादातर नौकरियां शहरी क्षेत्र में गई थी और वेतन पाने वाले लोग जिन्होंने नौकरियां गंवाई थी, उनके फिर से रोजगार पाने की गति काफी धीरी थी। शहरी भारत में भी नौकिरयों के जाने से संतुलन बिगड़ गया।

उदाहरण के तौर पर एक विश्लेषण के मुताबिक अगस्त 2021 तक कुल रोजगार में इसकी हिस्सेदारी 32 फीसदी की थी लेकिन नौकरी गंवाने वाले लोगों में 65 फीसदी शहरी भारत थे। कंपनियों में कुशल कर्मचारियों की कमी के कारण ‘टैलेंट पोचिंग’ हो रही है और कारोबार दर में बढ़ोतरी हुई है।

रोजगार में महामारी के बाद की रिकवरी असमान रही है और आईटी क्षेत्र रिटेल और मैन्यूफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में नौकरी के नुकसान की भरपाई कर रहा है। सीएमआईई के फरवरी से अप्रैल 2021 के आंकड़े बताते हैं कि इस दौरान 86 लाख नौकरियां गई लेकिन इस अवधि में आईटी, फार्मा/स्वास्थ्य सेवा, और ई-कॉमर्स/वेयरहाउसिंग जैसे क्षेत्रों ने कर्मचारियों की भर्ती बढ़ा दी थी।

IT सेक्टर में क्यों ज़्यादा है एट्रिशन रेट ?

द हिंदु ने जून 2021 की एक रिपोर्ट में लिखा था कि आईटी में, कुशल तकनीकी नौकरी जैसे सेल्स डेवलपर, एप्लिकेशन डेवलपर, साइट रिलायबिलटी इंजीनियर और लीड एडवाइजर के लिए मांग बढ़ गई है और कुछ खास नौकिरयों के लिए 30%- 50% के वेतन प्रीमियम भी दिए जा रहे हैं।

उच्च स्तर पर कारोबार के मुख्य कारणों में से एक टेक्निकल स्टार्टअप और परियोजनाओं में आया उछाल है और कंपनियां मार्केट में प्रतिस्पर्धा के अनुसार भुगतान करने को तैयार हैं। इसके अलावा अच्छी कनेक्टिविटी और संचार में सुधार, कार्य और शिक्षा मॉडल में आए बदलाव से एजुकेशन टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों को बढ़ावा मिला है और एक नए तरह का व्यापार शुरू हुआ है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक 30 जून 2021 तक आईटी सेक्टर में एट्रिशन रेट सबसे ज़्यादा 8.03% था। इस क्षेत्र में अगस्त के महीने में भर्ती काफी तेज़ गति से हुई। नौकरी डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक जॉब मार्केट में 89% वार्षिक ग्रोथ हुई जबकि आईटी सेक्टर की भर्तियों में 79% फीसदी की ग्रोथ हुई। इसलिए, यह देखा जा सकता है कि बाजार में बढ़ी हुई आर्टिशन रेट के लिए अनुकूल हालात हैं। कर्मचारी ऐसे बाजार में बेहतर अवसर तलाश रहे हैं और ढूंढ रहे हैं जहां कुशल आपूर्ति सीमित है। 

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