2021 तक सुधर जाएगी भारतीय अर्थव्यवस्था, गोल्डमैन सैक्स का अनुमान

भारत में कोरोना मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि संकट में फंसी अर्थव्यवस्था के लिए इससे बाहर आना आसान नहीं होगा. हालांकि अर्थशास्त्रियों के एक तबके का अनुमान है कि भारतीय अर्थव्यवस्था उम्मीद से जल्दी सुधरेगी क्योंकि अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है.
पहले जापानी रिसर्च फर्म नोमुरा ने सितंबर में भारतीय अर्थव्यवस्था में रिकवरी के संकेत दिए थे और अब अमेरिकी निवेश बैंक गोल्डमैन सैक्स ने 2021 तक पूरी तरह रिकवरी का अनुमान लगाया है. इससे पहले रेटिंग फर्म इंडिया रेटिंग्स ने भी ऐसा ही अनुमान लगाया था.
गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि जून 2020 में हुए आर्थिक नुक्सान की 70 फीसदी भरपाई जून 2021 तक हो जाएगी. चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जून की तिमाही में अमेरिकी अर्थव्यवस्था की तुलना में किसने बेहतर प्रदर्शन किया है, इसपर अर्थशात्रियों के बीच बहस चल रही है। इस दौरान विकास दर को लेकर लगाए गए पूर्वानुमान बेहद महत्वपूर्ण हैं. रेटिंग फर्म इंडिया रेटिंग्स जिसने वित्त वर्ष 2021 में जीडीपी के 11.8 प्रतिशत सिकुड़ने का अनुमान लगाया था, उसने अब वित्त वर्ष 2022 में 9.9 प्रतिशत की दर से तेज़ विकास दर का अनुमान लगाया है. इससे पहले आरबीआई से भी एक अच्छी खबर आयी थी कि जून में भारत का कृषि निर्यात वापस फरवरी 2020 के स्तर पर पहुंच गया है. हालांकि पहली तिमाही के लिए जारी आंकड़ों में भी बताया गया था कि देश की जीडीपी भले ही -23.9 प्रतिशत पर पहुंच गयी है लेकिन कृषि और मछली पकड़ने के उद्योग में जून की तिमाही में 3.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई थी.
गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि जून 2020 में हुए आर्थिक नुक्सान की 70 फीसदी भरपाई जून 2021 तक हो जाएगी. चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जून की तिमाही में अमेरिकी अर्थव्यवस्था की तुलना में किसने बेहतर प्रदर्शन किया है, इसपर अर्थशात्रियों के बीच बहस चल रही है। इस दौरान विकास दर को लेकर लगाए गए पूर्वानुमान बेहद महत्वपूर्ण हैं. रेटिंग फर्म इंडिया रेटिंग्स जिसने वित्त वर्ष 2021 में जीडीपी के 11.8 प्रतिशत सिकुड़ने का अनुमान लगाया था, उसने अब वित्त वर्ष 2022 में 9.9 प्रतिशत की दर से तेज़ विकास दर का अनुमान लगाया है. इससे पहले आरबीआई से भी एक अच्छी खबर आयी थी कि जून में भारत का कृषि निर्यात वापस फरवरी 2020 के स्तर पर पहुंच गया है. हालांकि पहली तिमाही के लिए जारी आंकड़ों में भी बताया गया था कि देश की जीडीपी भले ही -23.9 प्रतिशत पर पहुंच गयी है लेकिन कृषि और मछली पकड़ने के उद्योग में जून की तिमाही में 3.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई थी.
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