भारत बना दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा FDI प्राप्तकर्ता : संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट

महामारी के बीच भारत 2020 में सबसे ज़्यादा एफडीआई पाने वाला दुनिया का पांचवा देश बन गया है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल देश में 64 अरब डॉलर का एफडीआई आया। बता दें कि जून 2019 के 51 अरब डॉलर के मुक़ाबले यह 27 फीसदी ज़्यादा है।
व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन द्वारा जारी विश्व निवेश रिपोर्ट 2021 में कहा गया कि वैश्विक एफडीआई प्रवाह महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। यह 2020 में 35 प्रतिशत गिरकर 1500 अरब अमरीकी डॉलर से घटकर 1,000 अरब अमरीकी डॉलर रह गया।
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि दुनिया भर में कोविड-19 के कारण लॉकडाउन ने मौजूदा निवेश परियोजनाओं को धीमा कर दिया और मंदी की आशंका के चलते बहुराष्ट्रीय उद्यमों को नई परियोजनाओं का फिर से आंकलन करने को मजबूर किया। वहीं आपको बता दें कि सूचना और संचार प्रौद्योगिकी उद्योग में अधिग्रहण से भारत दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा एफडीआई प्राप्तकर्ता बन गया। रिपोर्ट के मुताबिक महामारी की वजह से वैश्विक स्तर पर डिजिटल बुनियादी ढांचे एवं सेवाओं की मांग में तेज़ी आई। इससे आईसीटी उद्योग के लिए ग्रीनफील्ड एफडीआई और परियोजना घोषणाओं का मूल्य 22% से ज़्यादा बढ़कर 81 अरब डॉलर हो गया। भारत में एफडीआई बढ़ाने में बड़े सौदों की अहम भूमिका रही है। फेसबुक ने जियो प्लेटफार्म में 5.7 अरब डॉलर का निवेश किया। कनाडा की ब्रूकफील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर, सिंगापुर की जीआईसी ने 3.7 अरब डॉलर में टावर इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट का अधिग्रहण किया। युनिलीवर इंडिया का 4.6 अरब डॉलर में ग्लैस्कोस्मिथक्लाइन इंडिया में विलय हुआ है। इन्हीं सब तमाम वजहों से भारत 2020 में सबसे ज़्यादा एफडीआई पाने वाला दुनिया का पांचवा देश बन गया है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि दुनिया भर में कोविड-19 के कारण लॉकडाउन ने मौजूदा निवेश परियोजनाओं को धीमा कर दिया और मंदी की आशंका के चलते बहुराष्ट्रीय उद्यमों को नई परियोजनाओं का फिर से आंकलन करने को मजबूर किया। वहीं आपको बता दें कि सूचना और संचार प्रौद्योगिकी उद्योग में अधिग्रहण से भारत दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा एफडीआई प्राप्तकर्ता बन गया। रिपोर्ट के मुताबिक महामारी की वजह से वैश्विक स्तर पर डिजिटल बुनियादी ढांचे एवं सेवाओं की मांग में तेज़ी आई। इससे आईसीटी उद्योग के लिए ग्रीनफील्ड एफडीआई और परियोजना घोषणाओं का मूल्य 22% से ज़्यादा बढ़कर 81 अरब डॉलर हो गया। भारत में एफडीआई बढ़ाने में बड़े सौदों की अहम भूमिका रही है। फेसबुक ने जियो प्लेटफार्म में 5.7 अरब डॉलर का निवेश किया। कनाडा की ब्रूकफील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर, सिंगापुर की जीआईसी ने 3.7 अरब डॉलर में टावर इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट का अधिग्रहण किया। युनिलीवर इंडिया का 4.6 अरब डॉलर में ग्लैस्कोस्मिथक्लाइन इंडिया में विलय हुआ है। इन्हीं सब तमाम वजहों से भारत 2020 में सबसे ज़्यादा एफडीआई पाने वाला दुनिया का पांचवा देश बन गया है।
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