लॉकडाउन में आयात-निर्यात की कमर टूटी, बंदरगाहों पर कारोबार 23 फीसदी तक घटा

कोरोना महामारी को रोकने के लिए दुनियाभर में हुए लॉकडाउन से कारोबारी हलचल लगभग ख़त्म हो गई थी। अब धीरे-धीरे तालाबंदी के दौर में हुए नुकसान की तस्वीर सामने आ रही है। मसलन संसद में केंद्र सरकार ने बताया है कि अप्रैल से अगस्त के बीच देश के 12 बड़े बंदरगाहों पर होने वाले कारोबार में भारी गिरावट दर्ज़ हुई है।
लोकसभा में पेश शिपिंग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक़ साल 2019 के अप्रैल महीने में बड़े बंदरगाहों पर जहां 60 हज़ार 86 टन माल का आवागमन हुआ वो इस साल अप्रैल में गिरकर 47 हज़ार 422 टन रह गया यानि 21.08 फीसदी की गिरावट।
इसी तरह पिछले साल मई महीने के मुक़ाबले इस साल मई में माल के आवागमन में 23.25 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। मई 2019 में 59 हज़ार 151 टन माल का आयात-निर्यात हुआ वो मई 2020 में गिरकर 45 हज़ार 399 टन रह गया। वहीं जून महीने में 49,053 टन माल का आयात-निर्यात हुआ यानि पिछले साल के मुक़ाबले 14.64 फीसदी की गिरावट।
इसी तरह पिछले साल मई महीने के मुक़ाबले इस साल मई में माल के आवागमन में 23.25 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। मई 2019 में 59 हज़ार 151 टन माल का आयात-निर्यात हुआ वो मई 2020 में गिरकर 45 हज़ार 399 टन रह गया। वहीं जून महीने में 49,053 टन माल का आयात-निर्यात हुआ यानि पिछले साल के मुक़ाबले 14.64 फीसदी की गिरावट।
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