पंजाब के पटियाला में खालिस्तान विरोधी मार्च के दौरान दो समूहों के बीच हिंसक झड़पों में चार लोगों के घायल होने के एक दिन बाद राज्य सरकार ने कार्रवाई की है। आप की मान सरकार ने घटना के बाद तीन शीर्ष अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें उनके संबंधित क्षेत्र से ट्रांसफर कर दिया है।
सीएम भगवंत मान का कहना है कि पटियाला में सांप्रदायिक झड़पें नहीं बल्कि राजनीतिक झड़पें हुई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि झड़पों के पीछे शिवसेना, भाजपा और शिरोमणि अकाली दल के कार्यकर्ताओं के हाथ हैं।
सीएम के आदेश के बाद पटियाला रेंज के आईजी, एसएसपी और एसपी पर कार्रवाई करते हुए उनका ट्रांसफर कर दिया गया है। सीएम ऑफिस से मिली जानकारी के मुताबिक़ पटियाला रेंज में आईजी के तौर पर मुखविंदर सिंह और एसएसपी के पद पर दीपक पारिक की नियुक्ति की गई है। इनके अलावा वजीर सिंह को पटियाला रेंज का नया एसपी बनाया गया है।
ग़ौरतलब है कि 29 अप्रैल, शुक्रवार को पटियाला में कथित रूप से प्रो-खालिस्तानी एक्टिवस्ट के विरोध में बुलाए गए मार्च के दौरान हिंसा हो गई थी। कथित रूप से यह मार्च शिवसेना के हरीश सिंघला द्वारा बुलाया गया था जिनकी सिख एक्टिविस्ट और निहंगों के साथ झड़प हो गई।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ निहंग गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब के पास इकट्ठा हुए थे जिनके हाथों में कथित रूप से धारदार हथियार थे। वे काली माता मंदिर की तरफ मार्च कर रहे थे जहां हिंसा हुई जिसमें कुछ लोग घायल हो गए। यह भी दावे किए जा रहे हैं कि हिंसा कथित रूप से अफवाह फैलने के बाद हुई। हालांकि अब पुलिस के दावे के मुताबिक़ हालात क़ाबू में है।
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